हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,बांग्लादेश में शेख़ हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने और देश छोड़ने के बाद नई अंतरिम सरकार अस्तित्व में आ चुकी है उन्होंने अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने का वादा किया है।
आरक्षण के ख़िलाफ़ शुरू हुए विरोध प्रदर्शन 5 अगस्त को शेख़ हसीना के इस्तीफ़े के बाद ख़त्म हुआ ,विरोध प्रदर्शनों में सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी जबकि कई लोग घायल हुए थे।
वहीं शेख़ हसीना के देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय और उनके मंदिरों पर हमले की ख़बरें सामने आई थीं।
इन हमलों और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर अंतरिम सरकार जिस तरह से बयान देते दिख रही है उससे ऐसा लगता है कि वो अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर गंभीर है।